संत रामपाल जी महाराज की ‘अन्नपूर्णा मुहिम’ के तहत असहाय परिवार को मिला नया पक्का आवास, छत्तीसगढ़ में समाज सुधार की बड़ी पहल

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भाटापारा/बलौदाबाजार (छत्तीसगढ़) । संत रामपाल जी महाराज के नेतृत्व में संचालित विशाल सामाजिक उत्थान अभियान के तहत आज छत्तीसगढ़ के भाटापारा (जिला बलौदाबाजार) में एक अत्यंत निर्धन और असहाय परिवार को एक सुरक्षित और गरिमापूर्ण पक्का आवास समर्पित किया गया। यह मानवीय पहल संत रामपाल जी महाराज के ‘रोटी, कपड़ा, चिकित्सा, शिक्षा और मकान’ के पंच-संकल्प के तहत ‘अन्नपूर्णा मुहिम’ का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है, जिसका उद्देश्य देश भर के जरूरतमंद परिवारों के दुखों का निवारण कर उन्हें बुनियादी सुविधाएं उपलब्ध कराना है। जिस परिवार को यह घर सौंपा गया है, वह वर्षों से एक जर्जर और असुरक्षित झोपड़ी में रहने को मजबूर था, जो किसी भी बरसात या तूफान में ढहने के खतरे से जूझ रही थी। संत रामपाल जी महाराज की प्रेरणा और मार्गदर्शन से, उनके लाखों अनुयायियों ने सामूहिक श्रमदान और आर्थिक सहयोग के माध्यम से इस परिवार के लिए एक नया, मजबूत और सम्मानजनक आवास का निर्माण किया। यह केवल ईंट और सीमेंट का ढांचा नहीं, बल्कि उस परिवार के लिए सुरक्षा, सम्मान और एक नई, बेहतर ज़िंदगी की शुरुआत है। आपदा राहत और मानवीय सहायता में अग्रणी भूमिका संत रामपाल जी महाराज के अनुयायियों की सामाजिक सेवा केवल आवास निर्माण तक ही सीमित नहीं है, बल्कि वे राष्ट्रीय आपदाओं, विशेषकर देश के विभिन्न हिस्सों में आई विनाशकारी बाढ़ों के दौरान, राहत और पुनर्वास कार्यों में सबसे आगे रहते हैं। बाढ़ राहत कार्य: हाल ही में आई भीषण बाढ़ के दौरान, संत जी की प्रेरणा से उनके शिष्यों ने तुरंत राहत अभियान शुरू किया। बाढ़ पीड़ितों को तत्काल शुद्ध पेयजल, सूखा राशन, पका हुआ भोजन, कपड़े, कंबल, प्राथमिक चिकित्सा किट और बच्चों के लिए दूध जैसी आवश्यक सामग्री वितरित की गई। व्यापक पुनर्वास सहायता: जिन क्षेत्रों में सैकड़ों मकान पूरी तरह ध्वस्त हो गए थे, वहाँ न केवल राहत सामग्री दी गई, बल्कि कई स्थानों पर अस्थायी शेल्टर बनाने और टूटे हुए घरों की मरम्मत में भी सक्रिय सहयोग दिया गया, जिससे पीड़ितों को जल्द से जल्द सामान्य जीवन की ओर लौटने में सहायता मिली। जल निकासी में सहायता: जहां बाढ़ का पानी निकालने के साधन उपलब्ध नहीं थे, वहाँ संत रामपाल जी महाराज ने 200 से अधिक गांवों को गोद लिया और गांवों से पानी निकालने के लिए मोटर पंप और पाइप की सुविधा प्रदान की, जिससे जलभराव की समस्या से मुक्ति मिली। व्यापक समाज सुधार की निरंतर पहल संत रामपाल जी महाराज ने समाज को नशामुक्त, बुराई-मुक्त और सद्भावपूर्ण बनाने का संकल्प लिया है। उनके मार्गदर्शन में निम्नलिखित प्रमुख समाज सुधार कार्यक्रम निरंतर संचालित किए जा रहे हैं:
दहेज मुक्त विवाह (रमैनी): दहेज के अभिशाप को मिटाने के लिए संत जी के शिष्यों द्वारा बिना किसी दिखावे, बैंड-बाजे और दहेज के, मात्र 17 मिनट में “रमैनी” नामक सादे विवाह आयोजित किए जाते हैं। इस मुहिम ने लाखों परिवारों को दहेज मुक्त विवाह की राह दिखाकर समाज को एक नई दिशा दी है।
नशा मुक्ति अभियान: संत रामपाल जी महाराज के ज्ञान को प्राप्त कर लाखों लोग तम्बाकू, शराब, बीड़ी, सिगरेट और अन्य सभी प्रकार के घातक नशों को स्थायी रूप से छोड़ चुके हैं। यह अभियान समाज को स्वस्थ, सुखी और आर्थिक रूप से सशक्त बनाने में निर्णायक भूमिका निभा रहा है। रक्तदान शिविर: देशभर में उनके अनुयायी नियमित रूप से विशाल रक्तदान शिविर आयोजित करते हैं, जो अस्पतालों में रक्त की कमी को दूर करने और अनमोल जिंदगियों को बचाने में सहायक सिद्ध होते हैं। पर्यावरण संरक्षण: शिष्यगण नियमित रूप से वृक्षारोपण और जल संरक्षण के प्रति जागरूकता फैलाकर पर्यावरण को बचाने के पुनीत कार्य में भी संलग्न रहते हैं। संत रामपाल जी महाराज ने यह संकल्प दोहराया है कि जब तक इस देश में कोई भी व्यक्ति रोटी, कपड़ा, मकान, शिक्षा और चिकित्सा जैसी बुनियादी सुविधाओं से वंचित रहेगा, तब तक यह निस्वार्थ सेवा कार्य अनवरत जारी रहेगा।

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