अमरकंटक डाकघर का रेलवे रिजर्वेशन काउंटर स्थायी रूप से बंद



•पर्यटकों और तीर्थयात्रियों को अब पेंड्रा रोड या अनूपपुर जाना होगा आरक्षण के लिए
संवाददाता – श्रवण उपाध्याय
अमरकंटक । मां नर्मदा की उद्गम स्थली / पवित्र नगरी अमरकंटक के मध्य प्रदेश के प्रमुख पर्यटन एवं धार्मिक तीर्थस्थल अमरकंटक के उप डाकघर में संचालित रेलवे रिजर्वेशन काउंटर को अब स्थायी रूप से बंद कर दिया गया है । डाकघर परिसर से संबंधित बैनर और बोर्ड भी हटा दिए गए हैं ।
इस निर्णय से स्थानीय नागरिकों , तीर्थयात्रियों और पर्यटकों को अब रेलवे आरक्षण के लिए पेंड्रा रोड छत्तीसगढ़ या जिला अनूपपुर जाना पड़ेगा । इससे यात्रियों को न केवल अतिरिक्त समय और खर्च वहन करना होगा बल्कि टिकट बुकिंग के लिए लंबी कतारों में लगना और समय से पहले पहुँचना भी आवश्यक होगा ।
अब तक अमरकंटक डाकघर में रेलवे आरक्षण सुविधा के माध्यम से स्थानीय लोग और तीर्थयात्री आसानी से टिकट बुक करा लेते थे परंतु अब वरिष्ठ अधिकारियों के आदेश के बाद यह सेवा बंद कर दी गई है ।
अमरकंटक उप डाकघर के डाकपाल महेश सिंह परस्ते ने बताया कि “वरिष्ठ कार्यालय से प्राप्त आदेश के अनुसार डाकघर में रेलवे आरक्षण सुविधा तत्काल प्रभाव से बंद की गई है । यह विभागीय आदेश है , इसमें हमारा कोई व्यक्तिगत निर्णय नहीं है ।”
गौरतलब है कि अमरकंटक में रेलवे आरक्षण केंद्र का शुभारंभ तत्कालीन शहडोल संसदीय क्षेत्र की सांसद श्रीमती राजेश नंदिनी सिंह के विशेष प्रयासों से हुआ था । उन्होंने तीर्थयात्रियों और पर्यटकों की सुविधा को देखते हुए तत्कालीन रेल मंत्री से इस केंद्र की स्वीकृति दिलवाई थी ।
परंतु अब इस सुविधा के बंद होने से स्थानीय लोगों में नाराजगी और निराशा का माहौल है । लोगों का कहना है कि इससे उन्हें टिकट बुकिंग के लिए बाहर भटकना पड़ेगा और संभवतः दलालों के माध्यम से आरक्षण कराने की मजबूरी बढ़ेगी , जिससे अतिरिक्त राशि खर्च करनी पड़ेगी।
स्थानीय नागरिकों का यह भी कहना है कि अमरकंटक के रेलवे रिजर्वेशन सिस्टम में पहले से तकनीकी समस्याएँ आती रही हैं जिनके निराकरण के लिए समय-समय पर समाचार पत्रों के माध्यम से आवाज उठाई जाती रही है ।
अमरकंटक के गणमान्य नागरिकों एवं जनप्रतिनिधियों ने इस विषय पर शहडोल संसदीय क्षेत्र की लोकप्रिय सांसद श्रीमती हिमाद्री सिंह से तत्काल हस्तक्षेप की माँग की गई है । उन्होंने आग्रह किया है कि पवित्र नगरी अमरकंटक का रेलवे आरक्षण कार्यालय पुनः पूर्ववत संचालित किया जाए ।
सभी जनों ने एकस्वर में कहा कि — “पर्यटकों , तीर्थयात्रियों , दर्शनार्थियों तथा स्थानीय नागरिकों की होने वाली कठिनाइयों को देखते हुए शीघ्र आवश्यक कदम उठाए जाएँ । सरकार जहाँ जनता को अधिक से अधिक सुविधाएँ देने के प्रयास कर रही है , वहीं अधिकारियों के इस फरमान से उप डाकघर का रेलवे आरक्षण केंद्र बंद किया जाना अत्यंत दुर्भाग्यपूर्ण है ।”

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